ग्रामीण मीडिया सेण्टर| सारणी।
क्षेत्र की कानून व्यवस्था इस तरह की लचर हो गई है कि पुलिस के बच्चे ही अब सुरक्षित नही है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि आम जनता की क्या स्थिति होगी। मंगलवार को पाथाखेड़ा के एक्युप्रेशर पार्क के पीछे एवं वेस्टर्न कोल फिल्डस लिमिटेड पाथाखेड़ा के रेस्ट हाउस के समीप पांच बजे के लगभग एक पुलिस कर्मी की बच्चियां ट्युशन से पढ़ाई करके अपने आवास अस्पताल कॉलोनी जा रही थी कि कुछ मनचले युवकों ने पहले उन्हे छेड़ने का प्रयास किया जब इसका विरोध लड़कियों ने किया तो आवारा युवकों ने उनके साथ मारपीट कर दी। घटना की जानकारी आसपास के लोगों के माध्यम से पाथाखेड़ा पुलिस को दी गई। तब तक मनचले युवक मौके से भाग चुके थे। बताया जाता है कि शहर में पुलिस की यह स्थिति हो गई है कि अपराधी बेखौफ होकर मुख्य मार्गो पर घुम रहे है और चोरी, सट्टा, शराब, जुआं और स्क्रेप चोरी की घटनाएं दिन दहाड़े हो रही है। उसके बाद भी पुलिस आरोपियों पर किसी भी तरह की कार्रवाई करने में अपने आप का असहाय समझ रही है। बताया जाता है कि जिन बच्चियों के साथ असामाजिक तत्वों ने छेड़छाड़ के साथ मारपीट की घटना की है उनके पिता पाथाखेड़ा चौकी में भी पदस्थ रह चुके है और वर्तमान समय में बैतूल में पदस्थ है। जब क्षेत्र के आवारा पुलिस की बच्चियों को छेड़ने से नही चूक रहे है तो आम युवती और महिलाओं की क्या स्थिति होगी। कानून व्यवस्था का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है।
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