ग्रामीण मीडिया सेण्टर| मुलताई
लोगों को परिवार नियोजन का महत्व समझाने और ज्यादा से ज्यादा लोगों को नसबंदी के लिए प्रेरित करने के लिए मुलताई के एसडीएम राजेश शाह ने शनिवार को नगर के सरकारी अस्पताल में नसबंदी करवा ली। एसडीएम द्वारा 26 जनवरी को सभी कर्मचारियों को नसबंदी के आदेश दिए गए थे, लेकिन सवाल उठ रहे थे कि एसडीएम ने ही नसबंदी नहीं करवाई है, जिसके बाद एक आदर्श उदारण प्रस्तुत करने एवं नसबंदी में पिछले मुलताई ब्लॉक को आगे लाने के लिए शनिवार को एसडीएम ने खुद ही सबसे पहले नसबंदी करवा ली।
मुलताई ब्लॉक बैतूल जिले में नसबंदी के मामले में बहुत पिछड़ा हुआ है, पिछले साल भी तय लक्ष्य मुलताई ब्लाक हासिल नहीं कर पाया था। इस बार भी अभी तक केवल 60 प्रतिशत लक्ष्य ही प्राप्त हो पाया है, अभी तक कुल दिए गए लक्ष्य 1090 में से 645 लक्ष्य दंपतियों की ही नसबंदी हो पाई है। मुलताई एसडीएम राजेश शाह द्वारा 25 जनवरी को बैठक लेकर सभी शासकीय कर्मचारियों को नसबंदी कराने के निर्देश दिए गए थे, इधर गांव-गांव जाकर भी वह नसबंदी के लिए लोगों को प्रेरित कर रहे थे। इसी दौरान ग्रामीणों द्वारा एसडीएम से पूछा गया था कि क्या उनके द्वारा नसबंदी करवाई गई है, जो वह ग्रामीणों को इसके लिए प्रेरित कर रहे हैं। लोगों के बीच एक आदर्श उदारण प्रस्तुत करने के लिए एसडीएम राजेश शाह ने शनिवार को नसबंदी कराने का निर्णय लिया। शनिवार को नगर के सरकारी अस्पताल में नसबंदी शिविर का आयोजन किया गया था, जिसमें उन्होंने सबसे पहले नसबंदी करवा ली। बीएमओ प्रशांत सेन ने बताया कि एसडीएम साहब के नसबंदी कराने से लक्ष्य प्राप्त हो जाएगा। कर्मचारी एवं लोगों के लिए एसडीएम साहब ने एकदम सटीक उदारण प्रस्तुत किया है।
लोगों को देना था संदेश
हां मेरे द्वारा आज नसबंदी करवाई गई है, क्योंकि परिवार नियोजन का महत्व लोगों को समझाना था और इसकी शुरुआत मैंने खुद से की है।
राजेश शाह, एसडीएम मुलताई।
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