जिस जेएच काॅलेज में किसी समय एडमिशन के लिए एक सीट पाने सैकड़ों स्टूडेंट्स कतार में रहते थे, उसी जेएच काॅलेज के पाेस्ट ग्रेजुएशन (पीजी) में 533 सीटें अाैर यूजी में 1133 सीटें खाली पड़ी हैं। यह पहला मौका है जब इस काॅलेज में दाखिले के लिए छात्राें ने एडमिशन नहीं लिया है। 8 सितंबर से पीजी में एडमिशन के लिए प्रक्रिया शुरू हुई थी, बुधवार काे डॉक्यूमेंट सत्यापन का अंतिम दिन था, लेकिन इसके बावजूद पीजी की आधी सीटें खाली रह गईं। 1090 सीटाें पर मात्र 557 स्टूडेंट्स ने प्रवेश लिया है। वहीं यूजी में भी इसी तरह के हालात हैं। यूजी में भी आधी सीटें खाली हैं।
यूजी में भी 1133 सीटें खाली : यूजी यानी अंडर-ग्रेजुएशन की भी लगभग आधी सीटें खाली पड़ी हैं। 2320 सीटें अंडर ग्रेजुएशन में हैं, इनमें से 1187 पर ही स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया है। 1133 सीटें अब भी खाली हैं। इसी तरह पीजी में 1090 कुल सीटें हैं, इनमें से 533 सीटें खाली हैं। 557 सीटें ही अब तक भर पाईं हैं।
कॉलेज के हाल : सूनी पड़ी रहीं बैंचे, इक्का-दुक्का स्टूडेंट्स ही आए डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए
जेएच काॅलेज में पीजी में प्रवेश के लिए डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बेहद कम स्टूडेंट्स आए। सत्यापन कक्ष के बाहर बैंचें खाली पड़ी रहीं। इक्का-दुक्का छात्राएं ही डॉक्यूमेंट लेकर सत्यापन करवाने आईं थीं। किसी तरह की भीड़ या एडमिशन लेने की मारामारी यहां देखने काे नहीं मिली।
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