ग्रामीण मीडिया सेण्टर| मुलताई
- भगवान भी नही सुरक्षित
- मंदिर में चोरी की दूसरी घटना
पवित्र नगरी मुलताई में अब नहीं है भगवान भी सुरक्षित ।नगर में पिछले दिनों कई चोरियों की घटना घटित हुई। मुलताई सहित आसपास के इलाकों में भी चोरों की दहशत और चोरियों की घटना अब आम हो चुकी है। आस-पास के गांव की बात की जाए तो यहां किसानों के घरों से समान सहित उनके उपकरण भी सुरक्षित नहीं है। कभी कोई चोर गाड़ियां चुरा लेता है तो कभी कोई चोर जानवरों को भी नहीं छोड़ता। चोरी की घटनाओं के नहीं रुकने से अब जिले सहित मुलताई की जनता में भी काफी आक्रोश व्याप्त हो चुका है। पवित्र नगरी के मंदिरों की बात की जाए तो कुछ ही समय पहले ताप्ती के तट पर स्थित दुर्गा मठ में चोरी हुई थी जहां चोरों ने दान पेटी को तोड़कर सारा धन ले लिया था और साथ ही दानपेटी को पड़ोस के ही नाले में फेंक दिया था। चोरी की घटना यही नहीं रुकी अब मुलताई का सबसे बड़ा और सबसे महंगा मंदिर जो लगभग एक से डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुआ है उसमें भी चोरों ने अपना हाथ साफ किया मंदिर में भगवान के पीछे स्थित जाली को तोड़कर चोरों ने दान पेटी का ताला तोड़ दिया और सारा धन लेकर रफूचक्कर हो गए। चोरी की घटना से ना सिर्फ मंदिर प्रशासन और खंडेलवाल समाज में भारी आक्रोश व्याप्त है बल्कि नगर का हर एक व्यक्ति इस घटना को निंदनीय बता रहा है। नगर के प्रत्येक व्यक्ति अपने आप को असुरक्षित महसूस करने लगा है। साथ ही पुलिस से बार-बार मांग की जा रही है कि इस तरह की घटनाओं पर जल्द ही अंकुश लगे। घटना के बाद थाना प्रभारी ने घटनास्थल का निरीक्षण भी किया
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