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सोमवार, 12 अक्तूबर 2020

*48 हजार की जगह 10 हजार मीट्रिक टन यूरिया का स्टाॅक, किसान परेशान।*

ग्रामीण मीडिया संवाददाता ।बैतूल 12 अक्टूबर 2020। 


इस बार अच्छी बारिश हाेने के कारण जिले के सभी बांधों के लबालब हाेने और भरपूर पानी की उपलब्धता काे देखते हुए कृषि विभाग ने इस साल 2 लाख 53 हजार हेक्टेयर पर गेहूं की बाेवनी करने का लक्ष्य रखा है। जाे पिछले साल की गेहूं बाेवनी की तुलना में एक हजार हेक्टेयर अधिक है। लेकिन वर्तमान में यूरिया का स्टाॅक बेहद कम है। इस कारण किसान यूरिया के लिए परेशान हाे रहे हैं। इस रबी सीजन में 48 हजार मैट्रिक टन यूरिया की जरूरत पड़ेगी, लेकिन अब तक विभाग के पास केवल 10 हजार मैट्रिक टन यूरिया का स्टाॅक ही उपलब्ध है। इसमें भी 7 हजार मीट्रिक टन यूरिया का स्टाॅक पहले से था, वहीं रविवार काे केवल 3 हजार मीट्रिक टन यूरिया की रैक आई।
हालांकि हर किसान को पांच बोरी प्रति हेक्टेयर यूरिया देने का लक्ष्य कृषि विभाग ने रखा है। इस लक्ष्य के अनुसार 48 हजार मीट्रिक टन यूरिया की जरूरत पड़ेगी। जल्द स्टाॅक नहीं बढ़ाया गया ताे पिछले सालाें की तरह यूरिया के लिए लंबी कतारें इस साल भी लग सकती है।
38 हजार मीट्रिक टन यूरिया की और जरूरत

अब भी 38 हजार मीट्रिक टन यूरिया की जरूरत है, नहीं ताे किसानों काे भविष्य में यूरिया की कमी का सामना करना पड़ सकता है। चूंकी काेराेना काल चल रहा है इसीलिए पहले से यूरिया आ जाता है ताे गेहूं की बाेनी के साथ ही किसानों के पास यूरिया पहुंच जाएगा। ऐसे में वितरण और उपयाेग में परेशानी नहीं हाेगी, अंतिम समय पर यूरिया आने से अव्यवस्था की स्थिति बन सकती है।
यूरिया के लिए लगती रही हैं लंबी कतारें
गंज क्षेत्र में यूरिया के लिए 3 से 5 घंटों तक की कतारें लगती रही हैं। इस कारण 38 हजार मीट्रिक टन यूरिया का स्टाॅक विपणन विभाग काे जल्द करना हाेगा। जिससे कि भविष्य में किसानों काे परेशानी नहीं हाे। अब तक केवल 3 हजार मीट्रिक टन यूरिया की एक खेप ही आई है।

सलाह : सोयाबीन कट गया है ताे नमी का उपयाेग करते हुए चना बाेएं किसान
इधर कृषि विभाग ने किसानों काे खेतों काे खाली नहीं रखने की सलाह दी है। बारिश की नमी का इस्तेमाल अन्य फसलों के लिए कर लेने की हिदायत दी है। कृषि विभाग के एसडीओ रामवीर सिंह राजपूत ने बताया कि जमीन में नमी है, सोयाबीन यदि कट गया है तो, जमीन की इस नमी का उपयोग करते हुए चना की बाेवनी भी किसान कर सकते हैं।

पिछले साल लक्ष्य से 72 हजार हेक्टेयर अधिक पर हुई थी गेहूं की बाेवनी पिछले साल लक्ष्य से 72 हजार हेक्टेयर ज्यादा पर गेहूं की बाेवनी हुई थी। पिछले साल कृषि विभाग ने 1 लाख 80 हजार हेक्टेयर पर गेहूं बाेवनी का लक्ष्य रखा था। लेकिन गेहूं की बाेवनी 2 लाख 52 हजार हेक्टेयर पर किसानों ने की। इस साल पिछले साल के 2 लाख 52 हजार हेक्टेयर से, एक हजार हेक्टेयर बढ़ाकर गेहूं बाेवनी का लक्ष्य निर्धारित किया है।

धीरे-धीरे यूरिया के रैक और बुलवाए जाएंगे
^समितियाें से डिमांड बुलवाई थी। इसके अनुसार 48 हजार मीट्रिक टन यूरिया की जरूरत पड़ेगी। रविवार तक हमारे पास 7 हजार मीट्रिक टन यूरिया का स्टॉक था। 3 हजार मीट्रिक टन यूरिया रविवार काे आया है। धीरे-धीरे यूरिया के रैक और बुलवाए जाएंगे। जितनी डिमांड है उतना यूरिया हम बुलवा लेंगे।
-कल्याण सिंह ठाकुर, विपणन अधिकारी

पानी के कारण बोनी का लक्ष्य बढ़ाया है

^पर्याप्त पानी उपलब्धता काे देखते हुए गेहूं बाेनी का लक्ष्य पिछले साल की तुलना में बढ़ा दिया गया है। इस साल 2 लाख 53 हजार हेक्टेयर पर बाेवनी का लक्ष्य है। रामवीर सिंह राजपूत, एसडीओ, कृषि विभाग

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