सरकार के आदेश के बाद साेमवार से स्कूल खुल गए। स्कूलों में 9वीं से लेकर 12वीं तक के डाउट क्लियर क्लासें लगानी शुरू हाेनी थी, लेकिन पहले दिन सहमति पत्र भरने से आगे काम नहीं बढ़ा। वहीं सहमति पत्र भरने में भी केवल इक्का-दुक्का पालकों ने ही रुचि दिखाई।
शहर के बड़े सरकारी गंज गर्ल्स कन्या शाला, एमएलबी स्कूल और सुभाष स्कूल में से केवल एमएलबी में ही एक पालक की ने सहमति पत्र जमा किया। इधर प्राइवेट स्कूलों में भी साेशलमीडिया ग्रुप पर मैसेज करने के बावजूद पालकाें के सहमति पत्र मात्र एक ही आया। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने बताया शहर में मात्र एक ही आवेदन जमा हुआ है। अभी पालक बच्चों काे स्कूल भेजने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। भास्कर ने हालात जानने का प्रयास किया तो सभी जगह क्लासों में बच्चों को भेजने के प्रति पालकाें का कोई उत्साह नहीं था। सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में सन्नाटा पसरा रहा।
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गंज गर्ल्स स्कूल में भी किसी पालक ने नहीं की पहल
इधर गंज गर्ल्स स्कूल में भी सन्नाटा रहा। किसी भी पालक ने छात्राओं काे स्कूल भेजने में काेइ रुचि नहीं दिखाई।यहां 1057 छात्राएं दर्ज हैं। इनके पालकाें ने क्लासों की जानकारी लेने या सहमति पत्र जमा करने के लिए संपर्क भी नहीं किया। प्राचार्य इंदु बचले ने बताया कि गंज गर्ल्स स्कूल में क्लासें शुरू नहीं की गई हैं। पालकाें ने इस संबंध में संपर्क नहीं किया है।
एमएलबी स्कूल में एक पालक ने दी सहमति
एमएलबी स्कूल में वैसे तो 850 छात्राएं हैं, इनमें लगभग आधी छात्राएं 9वीं से 12वीं क्लास के बीच में हैं। लेकिन साेमवार काे केवल एक सहमति पत्र ही जमा हुआ। हमलापुर निवासी दिनेश नागले ने 10वीं में पढ़ने वाली बेटी नंदनी काे क्लास में भेजने संबंधी सहमति पत्र भरा। एमएलबी स्कूल में क्लासों के कमरे खाली रहे। प्रभारी प्राचार्य ममता यादव ने बताया कि एक सहमति पत्र जमा हुआ है।
इस तरह का सहमति पत्र भरवाया जा रहा, पालक काे लेनी हाेगी शपथ
एमएलबी स्कूल समेत अन्य स्कूलों में इस तरह का सहमति पत्र भरवाया जा रहा है जिसमें पालक काे सहमति के साथ शपथ भी करनी पड़ रही है कि वह बच्चों काे सुरक्षा इंतजामों के साथ भेजेंगे। इसमें उन्हें शपथ लेनी पड़ रही है कि-
- मेरे पुत्र-पुत्री काे किसी प्रकार का बुखार, खांसी या गंभीर किस्म का राेग नहीं है।
- मेरे परिवार या गांव में भी किसी काे काेराेना नहीं है।
- मैं अपने पुत्र-पुत्री काे स्वेच्छा से स्कूल भेज रहा हूं।
- मेरा पुत्र-पुत्री गाइडलाइन का पालन करते हुए मास्क लगाकर स्कूल अाएगा।
- मेरा पुत्र-पुत्री बार-बार साबुन से हाथ धाेकर सैनिटाइज करेगा।
- क्लास में और स्कूल आते-जाते अन्य लाेगाें से 6 फीट की दूरी बनाए रखेगा।
प्राइवेट स्कूलों में भी पालक नहीं भेज रहे बच्चे
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रकाश धाेटे ने बताया कि हमारे संघ में बात हुई है पेरेंट्स ने पूछताछ की है। अधिकांश स्कूलों ने पालकाें काे निर्देश दिए हैं कि लिखित में सहमति दें फिर व्यवस्था बनवाएंगे। हम पूरी तैयारी में हैं, लेकिन पालक की सहमति जरूरी है।धाेटे ने बताया कि सर्वोदय स्कूल में केवल एक सहमति पत्र जमा हुआ है। दाे चार दिन देख लेते हैं।
छात्राओं और पालकाें काे जागरूक कर रहे हैं
साेमवार काे एक सहमति पत्र जमा हुआ है। सहमति पत्र जमा करवाने के प्रति छात्राओं और पालकाें काे जागरूक किया जा रहा है।
ममता यादव, प्रभारी प्राचार्य, एमएलबी स्कूल
ऑनलाइन क्लासेस भी चल रही हैं। डाउट क्लियर करने के लिए क्लासेस लगनी थी, लेकिन छात्राएं और पालक नहीं आए। इसी कारण क्लासें शुरू नहीं हुई है।
-इंदु बचले, प्राचार्य, गंज कन्या शाला
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