ग्रामीण मीडिया संवाददाता आमला
रेल विभाग एक बार फिर 1 फरवरी से 4 पैसेंजर ट्रेन 12 दिनों के लिए बंद करने जा रहा है। रेलवे के इस नए फरमान के बाद पैसेंजर ट्रेन से यात्रा करने वाले यात्रियों में नाराजी है। यात्रियों का कहना है रेलवे का कोई भी काम होता है तो पैसेंजर ट्रेन बंद कर दी जाती है। जबकि उसी ट्रैक पर एक्सप्रेस ट्रेनेें चलती रहती हैं। ऐसे में एक बार फिर यात्रियों की फजीहत बढ़ जाएगी। इस बार यह ट्रेन बंद करने की वजह होशंगाबाद के आस-पास थर्ड लाइन का काम होना बताया जा रहा है। जबकि एक्सप्रेस ट्रेन लगातार चलती रहेगी। पैसेंजर ट्रेन के बंद करने काे लेकर अब यात्रियों में नाराजगी पनप रही है।
नहीं खुलता शौचालय का ताला, यात्री परेशान
साधारण दर्जे के यात्रियों की मुसीबत केवल इतनी ही नहीं है। टिकट घर और प्रतीक्षालय में शौचालय पर भी हमेशा ताला डला रहता है। यात्री प्रयागराव महाले ने बताया प्रतीक्षालय पर ताला लटका होने से महिलाओं की ज्यादा दिक्कत हाेती है।
यह कैसा िनर्णय : हर बार पैसेंजर ट्रेन ही बंद की जाती हैं, एक्सप्रेस ट्रेन क्यों नहीं ये ट्रेनें होंगी बंद 1 फरवरी से 59385 इंदौर-छिंदवाड़ा पंचवेली फास्ट पैसेंजर और 51830 आगरा-नागपुर वाया इटारसी पैसेंजर बंद होंगी। ये दोनों ट्रेन 12 फरवरी तक लगातार बंद रहेंगी। इसके बाद 2 फरवरी से 59386 छिंदवाड़ा-इंदौर पंचवेली फास्ट पैसेंजर और 51829 नागपुर-आगरा वाया इटारसी पैसेंजर बंद हो जाएंगी। ये दोनों ट्रेन 13 फरवरी तक लगातार बंद रहेगी।
पहले भी की गई थी बंद पैसेंजर ट्रेन को बंद करने का रेलवे का यह प्रयोग कोई नया नहीं है। इसके पहले भी पिछले साल रेलवे ने इसी तरह नागपुर-आगरा और आगरा-नागपुर ट्रेन बंद कर दी थी। 5 नवंबर 2017 से लगातार 1 फरवरी 2018 तक यह ट्रेन बंद होने से यात्रियों की काफी फजीहत हुई थी। 27 अप्रैल से 30 जून के बीच यह ट्रेन ऑप्शनल एक दिन की आड़ में चलाई गई थी।
यात्रियों का बढ़ा आर्थिक खर्च और मुसीबत
यात्री साधुलाल कुम्हरे के अनुसार रेलवे पैसेंजर ट्रेन ही हमेशा बंद करता है। जबकि एक्सप्रेस ट्रेन हमेशा शुरू रखी जाती हैं। इस कारण यात्रियों को बसों पर निर्भर होना पड़ता है। एक्सप्रेस ट्रेन में जगह नहीं मिलती। कुल मिलाकर साधारण दर्जे के यात्रियों की ही मुसीबत होती है। यात्री राजेंद्र कुमार के अनुसार अब छिंदवाड़ा जाने के लिए उन्हें 30 की जगह 110 रुपए, बैतूल के लिए 10 की जगह 30 रुपए और इटारसी के लिए 20 की जगह 100 रुपए तक खर्च करना पड़ेगा।
डेढ़ हजार लोग करते हैं रोजाना यात्रा
पैसेंजर ट्रेन में अपडाउन के दौरान करीब डेढ़ हजार से ज्यादा लोग रोजाना यात्रा करते हैं। इनमें कॉलेज स्टूडेंट, व्यापारी, रेलवे स्टाफ, सरकारी कर्मचारी समेत अन्य यात्री शामिल हैं। पैसेंजर ट्रेन बंद होने से इन सभी यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ेगा। इससे उन पर आर्थिक बोझ के साथ-साथ समय की दिक्कतें आएगी।
इनका कहना

सुनील पंत, कमर्शियल इंस्पेक्टर
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